Cetar Membahana
Friday, March 29, 2013
श्रमदान
रीतू
: इतने महीने से कहां थे?
रोहीत
: मैं श्रमदान करने गया था।
रीतू
: कहां?
रोहीत
: जेल में। मुझे छ: महीने का सश्रम कारावास हुआ था।
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